
रेलवे और सिंचाई विभाग के रिटायर्ड अभियंता दो सगे भाइयों पर संपत्ति हड़पने पर गिरफ्तारी वारंटी हुआ जारी।संपत्ति हड़पने की साजिश नाकाम,। वाराणसी के बीएचयू हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी रहे डॉ देवेंद्र प्रताप सिंह ने कैंट थाने में 22 – 10- 2024 को एक प्रार्थना पत्र देकर यह आरोप लगाया था कि मेरी मां स्व लक्ष्मी सिंह के नाम से अर्दली बाजार स्थित विंध्यवासिनी नगर कालोनी का आवास मेरे दो सगे भाई राजेंद्र सिंह एवं भानू सिंह की आंख इनके आवास को हड़पने को लेकर पड़ गई। क्योंकि करोड़ों की संपति पर हाथ फेर कर यह दोनों सगे भाई राजा बनना चाहते है। इसके लिए सगे दोनों भाई राजेंद्र सिंह एवं भानू सिंह ने आपस में मिलकर कूट रचित ढंग से कई फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपना नाम आवास पर चढ़वाने का पूरा प्रयास कर डाला। इतना ही नहीं मेरे मृत मां के तमाम फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपना नाम करण तक करा लिया है। लेनिक जब कैंट थाने की पुलिस इस गंभीर मामले की जांच शुरू की तो राजेंद्र सिंह एवं भानू सिंह की सारा फर्जी दस्तावेज पाया गया और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही का आदेश जारी कर दिया था। लेकिन यह संगे दोनों भाई राजेंद्र सिंह एवं भानू सिंह जब न्यायालय से दूर भागने लगे तो इनके खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीष कुमार की अदालत ने गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। फिर भी यह दोनों सगे भाई राजेंद्र सिंह एवं भानू सिंह अपने आप को बचाने के लिए पुलिस की पकड़ से कही दूर जाकर छिपे हुए हैं। लेकिन अब इस मामले में जैसे ही इन दोनों सगे भाइयों को पुलिस किसी वक्त भी गिरफ्तार करेगी तो इनका जेल जाना तय है।