लोकेशन रायबरेलीरिपोर्ट सन्दीप मिश्रा
रायबरेली नगर पालिका में अधिशासी अभियंता और नगर पालिका अध्यक्ष व सभासद के बीच जनसमस्याओं को लेकर टकराव बना हुआ है। कोई कमीशन बाजी की बात कहता है तो कोई जनता की लेकिन नगर पालिका की बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ। हंगामा के दौरान सभासदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार करते हुए जमीन पर बैठकर विरोध दर्ज कराया। सभासदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार हमारे तरफ से एस्टीमेट दिए जा रहे हैं लेकिन उसे पर ई० ओ० द्वारा ना तो कोई विचार किया जा रहा है और ना ही वार्डों का समुचित विकास कार्य भी नहीं हो पा रहा है। अधिशासी अभियंता स्वर्ण सिंह से खासे नाराज दिखे सभासद और उनका साथ देना पहुंच गए पालिका अध्यक्ष शत्रोहन लाल सोनकर । बोर्ड बैठक में पहुंचे सभासद व नगर पालिका अध्यक्ष का साफ कहना है कि रायबरेली के नगर पालिका क्षेत्र के 34 वार्डों की हालत बद से बदतर होती जा रही है लेकिन अधिशासी अभियंता के अड़ियल रवैया की वजह से वार्ड का जो विकास होना चाहिए वह नहीं हो पा रहा है । वार्डों में सीवर लाइन लीक हैं साफ सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं है इस पर अधिशासी अभियंता को सभासदों और नगर पालिका अध्यक्ष से तालमेल मिलकर ही काम करना होगा क्योंकि जनता के द्वारा मुझे नगर पालिका अध्यक्ष चुना गया हूँ और मुझे दोबारा उसी जनता के बीच जाना होता है अगर वार्डों में समस्याएं उत्पन्न होती रहेगी तो जनता का भरोसा मेरे ऊपर से उठ जाएगा फिलहाल हंगामों के बीच बोर्ड बैठक चली लेकिन अधिशासी अभियंता नगर पालिका अध्यक्ष और सभासदों के बीच तालमेल कब तक बैठ पाती है यह देखने वाली बात होगी। लेकिन सूत्र बताते है की इस बैठक में नगर पालिका के अध्यक्ष का बड़ा कारनामा आया भी सामने आया है। बताते है की पालिका अध्यक्ष अपने तमाम रिश्तेदारों को आउटसोर्सिंग के जरिये भुगतान कराने की कोशिश में नाकामयाब अध्यक्ष ने ईओ के खिलाफ यह बैठक बुलाई थी। जिसमे बैठक में ई०ओ० को स्थानांतरित कराने का प्रस्ताव पास रखा गया था।