निचलौल बिजली विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए लगाया भाजपा नेता ने बिजली विभाग पर आरटीआई का करंट पढ़े पूरी खबर

रिपोर्ट -न्यूज़ डेस्क महराजगंज
आपको बताते चलें कि निचलौल से बड़ी खबर बिजली विभाग से निकल कर आ रही है जहाँ समाजसेवी अनुराग द्विवेदी ने बिजली विभाग द्वारा हो रहे अनियमितताओं / भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए बिजली विभाग से आरटीआई लगा कर कई मुख्य बिंदुओं पर मांग की है जब हमारे न्यूज़ डेस्क की टीम ने समाजसेवी भाजपा नेता अनुराग द्विवेदी से बात चीत की तो उन्होंने बताया कि निचलौल टाउन व ग्रामीण फीडरों में कई सारे भ्रष्टाचार सालों से चले आ रहे हैं और बिजली विभाग द्वारा उसपर मिट्टी डाल कर दफन किया गया है उसको उजागर करने के लिए उस मिट्टी को उसमे दफन सालों से फाइलों को खोद कर बाहर निकालने का काम मैं कर रहा हूँ ताकि जो भी इसमें लिप्त हो उसके ऊपर विभागीय कार्रवाई हो अगर मेरे मांगे गए बिंदुओं की सूचना नही मिली तो मैं आयोग व माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद का दरवाजा खटखटाने का काम करूंगा और जो भी अधिकारी इसमें लिप्त होंगे मैं माननीय उच्चतम न्यायालय में रिट याचिका दायर कर उनके सर्विस बुक में आपत्ति लगा कर समाजसेवा का काम करूंगा क्योकि सालों से जनता के आँखों मे धूल झोंकने का काम बिजली विभाग विगत कई सालों से कर रही है लोगो को गलत तरीके से बिल की लापरवाही कनेक्शन की लापरवाही ,उसके बाद लोगो का गलत तरीके से बिजली काट देना बिजली विभाग की घोर लापरवाही आ रही है जब इसकी जानकारी मिली तो मैं आरटीआई सूचना का अधिकार का इस्तेमाल किया

आइए आपको एक महत्वपूर्ण जानकारी बताते हैं जो बिजली विभाग के ऑफिस से सालों से गायब है यह बोर्ड ।।

आरटीआई वहीं है जो जानकारी मांगने पर आवेदक को जानकारी नहीं दी जाती है। विभाग के कार्यालय में सूचना बोर्ड नहीं लगना कई संदेह को जन्म देता है। बिजली विभाग से आज भी कोई जानकारी लेना चाहे तो वहां जनसूचना अधिकारी कौन है, इसका अता-पता नहीं है। सरकार की सूचना क्रांति का बिजली विभाग से कोई लेना देना नहीं है। बिजली विभाग का आरटीआई के कार्यालय में बोर्ड न लगना यह दर्शा रहा है कि दाल में कुछ काला है

महत्वपूर्ण जानकारी
बिजली विभाग को किसी व्यक्ति का बिजली कनेक्शन काटने से पहले, उसे कम से कम 15 दिन पहले इसकी सूचना देनी होती है नोटिस करनी पड़ती है लेकिन यह बिजली विभाग नही करता जो नियमावली के सख्त खिलाप है ।। जहाँ योगी सरकार ने हिदायत दी कि गाँव और शहर तहसील पर सभी को 24 घंटे अनवरत बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए लेकिन बिजली विभाग योगी सरकार के आदेश को भी नही मान रहे ।

आपको बता दें बिजली विभाग के कनेक्शन नियम क्या लागू किए गए हैं इसको भी पढ़े ।।

बिजली विभाग के नियमों के मुताबिक घर से बिजली पोल की दूरी 40 मीटर से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए. अगर दूरी ज़्यादा है, तो बिजली विभाग कनेक्शन नहीं देता. इसके लिए बिजली कंपनी एक पोल लगाने का काम करेगी फिर उस पोल से उपभोक्ताओं को बिजली कनेक्शन दे सकती है बिजली कनेक्शन न देने के इसकी वजह यह है कि लंबी दूरी का केबल बिजली का नुकसान करता है और फ़ॉल्ट होने की आशंका बनी रहती है. केबल टूटने पर इसका असर मेन लाइन पर भी पड़ सकता है इसलिए यह नियम बनाई गई है अगर इस नियम का उल्लंघन बिजली विभाग के अधिकारी करते हैं और सेटिंग से कनेक्शन कर देते हैं तो इस बजह से उनकी नौकरी खतरे के राडार पर रहती है ।।
अब देखना यह है कि भाजपा नेता अनुराग द्विवेदी को उनके लगाए गए आरटीआई की जानकारी बिजली विभाग देता है कि उसको भी ठंडे बस्ते में डाल देता है ।।
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बिजली कनेक्शन के लिए, हवाई तार और भूमिगत तार के लिए अलग-अलग दूरी तय की गई है:
हवाई तार 11 केवी के लिए 15 मीटर, 22 केवी के लिए 20 मीटर, और 33 केवी के लिए 30 मीटर
भूमिगत तार: 11 केवी के लिए 7.5 मीटर, 22 केवी के लिए 10 मीटर, और 33 केवी के लिए 15 मीटर ।।

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