महिलाओं के संघर्ष को कविताओं के माध्यम से दर्शाती पुस्तक है

दीप -डॉ संतलाल सारा फातिमा रायबरेली

। हिंदी दिवस पखवाड़े को सभी साहित्य प्रेमी मना रहे हैं आज हिंदी रचनाकार के कार्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें युवा कवयित्री कल्पना अवस्थी की एक और पुस्तक दीप का विमोचन किया गया कल्पना अवस्थी ने बताया कि इस पुस्तक में उन्होंने पारिवारिक मापदंडों के साथ-साथ सामाजिक भूमिकाओं को कविता में पिरोने का प्रयास किया है lकार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं साहित्यकार सरस्वती प्रसाद रावत ने बताया कि पुस्तक कवयित्री की सोच की गहराई को दर्शाता है जिसने समाज के हर पहलू को छुआ है उन्होंने हिंदी की दिशा और दशा को सुधारने के लिए विश्व पटल पर प्रयास करने की बात कही है lमुख्य अतिथि भाषा सलाहकार डॉ संतलाल ने बताया कि हिंदी रचनाकार समूह हिंदी की दिशा और दशा को मजबूत करने के लिए कार्य कर रहा है और सरकार को भी चाहिए की हर संस्थान में हिंदी को प्राथमिकता दी जाए और दूसरी भाषा के रूप में स्थानीय भाषा और तीसरी भाषा के रूप में इंग्लिश को महत्व दिया जाए lविजिट अतिथि साहित्यकार पुष्पा श्रीवास्तव ने आए हुए अतिथियों को धन्यवाद व्यक्त किया और हिंदी के क्षेत्र में कार्य करने की प्रेरणा दी कार्यक्रम की व्यवस्थापिका डॉ रश्मि लहर ने कहा हिंदी एक मात्र ऐसी भाषा है जो भारत में सबसे ज्यादा बोली जाती है और विदेश में भी लोग हिंदी को पढ़ने और सीखने के लिए लालायित जरूरत है तो सिर्फ ऐसे संस्थानों की जो हिंदी को बढ़ावा दें और इसे वैश्विक स्तर पर स्थापित करें साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी को जब तक व्यावसायिक रूप से स्थापित नहीं किया जाएगा तब तक युवा इसकी ओर अग्रसर नहीं होगा lकार्यक्रम मे सुरेखा अग्रवाल , उपमा आर्य , मनोरमा श्रीवास्तव, कीर्ति सिंह , रमेश चन्द्र श्रीवास्तव , सुष्मिता सिंह , सुरेश रघुवंशी एस.पी.रावत , वीना शर्मा , रश्मी लहर ,संजय सागर , सीमा वर्मा दीनबन्धु आर्य , पुष्पा श्रीवास्तव शैली, डॉ. संतलाल भाषा सलाहकार मौजूद रहे।

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