आनन्द मिश्रा की रिपोर्ट महराजगंज:- सामुदायिक
स्वास्थ्य केंद्र परतावल की एक आशा कार्यकर्ता को निलंबित कर दिया गया है आशा कार्यकर्ता पर आरोप है की उसने एक प्रसूता को निजी अस्पताल पहुंचाया है। साथ ही 3 दिनो में स्पष्टीकरण मांगा गया है।और संतोषजनक जवाब नहीं दिये जाने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई CHC अधीक्षक द्वारा की जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार परतावल के रामपुर चकिया निवासी इसरावती देवी अपनी बेटी रबिना को बुधवार को सुबह प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल लेकर आई थी । साथ मे आशा कार्यकर्ता प्रसव पीड़िता को अस्पताल के अंदर लेकर गई। अभी अस्पताल का कोई कर्मचारी प्रसव पीड़िता को देखता की उसके पहले ही आशा ने हालत नाजुक बताते हुए सीजर कराने के लिए गोरखपुर ले जाने की बात कर ऑटो बुला लिया। आस पास मौजूद कुछ लोगों ने आशा की इस करतूत पर नजर रखा। आशा ने कुछ देर बाद प्रसव पीड़िता को ऑटो से गोरखपुर जिले के भटहट स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। लोगों ने इसकी जानकारी CHC अधीक्षक परतावल को दी। सूचना मिलते ही CHC अधीक्षक ने आशा को प्रसव पीड़िता को अस्पताल लाने को कहा।दोपहर बाद आशा बहु मरीज को लेकर परतावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां मौजूद महिला चिकित्सक डॉ. शालिनी सिंह और स्टाफ नर्स रानी चौधरी ने नार्मल प्रसव कराया। महिला की मां इसरावती देवी निशुल्क बेटी के प्रसव होने से खुश नजर आईं। उन्होंने बताया कि हम लोग काफी गरीब परिवार से हैं। बेटी का पहला बच्चा था, इसलिए हम लोग कोई जोखिम उठाना नहीं चाहते थे इसलिए आशा कार्यकर्ता के बहकावे में आ गए।वही इस मामले मे सीएचसी अधीक्षक -डॉ राजेश द्विवेदी ने बताया की आशा कार्यकर्ता रीना चौरसिया को निलंबित कर दिया गया है और स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।