रिपोर्ट : न्यूज़ डेस्क
आपको बताते चलें कि निचलौल ब्लॉक में लगातार खबर प्रकाशित हो रहा है लेकिन फिर भी सहायक विकास अधिकारी संज्ञान नही लेते नजर आ रहे हैं आखिर क्यों सफाईकर्मियों को उनके ग्रांट गांवो में नही भेजते आखिर इस गांव में उनकी नियुक्ति हुई है उस गांव की सफाई कौन कर रहा है लगता है कि खुद सफाईकर्मी ही सहायक विकास की कुर्सी संभालने में लगा है कैसे आ जा रहा है वेतन जब सफाईकर्मी ही नही जाता गांवो में काम करने कोई ब्लॉक संभालने में लगा है तो कोई BDO मैडम का किचन आखिर क्यों अधिकारी इन कर्मचारियों के भरोसे बैठे हैं कौन करता है इनके गांवो की सफाई बीच में जिलाधिकारी महोदय ने संज्ञान लिया था कि कोई भी अधिकारी कर्मचारी ब्लॉक में ड्यूटी नही बजायेगा जिसका जो गांव है वह खुद वहाँ रह कर गांवो की समस्याओं को सुन निस्तारण करे और सफाई कर्मचारी गांवो में रह कर सफाई कार्य करने के लगे आखिर क्यों सफाई कर्मी अपने काम करने से कतरा रहे हैं जबकि इनका दायित्व है सफाई करने का जब भारत के प्रधानमंत्री खुद स्वच्छता अभियान के तहत सफाई कर सकते हैं तो सफाईकर्मी क्यो नही अपनी ड्यूटी बजा रहा कोई ड्राइवर बना है तो कोई बाबू और तो और कई तो ऐसे सफाईकर्मी है जिनका वेतन अधिकारियों के जी हजूरी में ही आ जाता है ।।
अब देखना यह है कि जिले की तेज तर्रार जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा क्या संज्ञान में लेती है कि उसको ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है लेकिन आपको बताते हुए चले कि खबर तब तक प्रकाशित होगी जब तक ब्लॉक के अधिकारी संज्ञान में नही लेते और सफाईकर्मी को उनके ग्रांट गांवो में नही भेजते ।
सबसे महत्वपूर्ण सवाल सहायक विकास अधिकारी महोदय से ।।
शासन के नियम अनुसार जब तक सफाई कर्मी गांव में सफाई करके खत्म नहीं कर देता ग्राम प्रधान द्वारा उसका पैरोल नहीं बना दिया जाता तब कैसे वेतन आ जाता है बिना सफाई किये हुए इसका जबाब महोदय आप सांझा करे ।।
बात नही समाचार से बनता है R भारत ।।