श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के पांचवे दिन भागवत मर्मज्ञ संत रामदास जी महाराज भगवान श्रीकृष्ण जन्म उत्सव का किया वर्णन।

संवाददाता राहुल मिश्रा

सौनौली महराजगंज। रामजानकी मंदिर परिसर स्थित पीठाधीश्वर मंहथ शिवनारायण दास जी महाराज के सान्निध्य मे आयोजित कार्यक्रम श्रीमदभागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का आज पांचवे दिन मे भागवत मर्मज्ञ संत रामदास जी महाराज ने दैत्य वंश के महाराज बलि के पीढीयो मे हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु के नैतिक व कार्य और भगवान से शत्रुतापूर्ण व्यवहार करने पर उद्बोधन किए उसी के वंश मे भक्त प्रहलाद का जन्म हुआ और वह बहुत बडा भगवान का भक्त बन गए और उसके बाद भी महाराज दैत्य हिरण्याकश्यप अपने पुत्र प्रहलाद को भगवान के नाम का जप करने से मना कर रहा था और भगवान ने नर्सिह रूप धारण करके अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा किया और भक्त प्रहलाद को नर्सिह रूप मे भगवान का दर्शन कर आशिर्वाद प्राप्त कर लिए।.गोरक्षनाथ हनुमान मदिंर के पीठाधीश्वर मंहथ भागवत मर्मज्ञ संत रामदास जी महाराज ने कहा कि हरि व्यापक सर्वत्र समाना।अर्थात भक्त प्रहलाद के विलक्षण भक्ति के प्रतिभा को देखकर भगवान नर्सिह ने अपने भक्त को आशिर्वाद दिए और पिता को प्रेतयोनि यो मुक्त करने के लिए भक्त प्रहलाद ने प्रार्थना किया और कथावाचक भागवत मर्मज्ञ पीठाधीश्वर मंहथ संत रामदास जी महाराज सहयोगी कलाकारो ने अपने संगीतमय भजन गायक रोहित श्याम जी , तबला वादक नीरज जी और पैड वादक ललित जी इन सब कुशलतापूर्वक अपने कलाओ का प्रर्दशन करते हुए आए हुए समस्त भक्तजन को भक्तिमय रूप मे भाव विभोर हो गए रामजानकी मंदिर के प्रांगण मे रामचरित मानस पाठ का करते हुए पंण्डित शिवाकांत त्रिपाठी चौक बाजार नगर पंचायत निवासी पंण्डित आचार्य धीरज पाण्डेय जी महाराज मदिंर स्थित पुजारी नीरज पाण्डेय और मजीद पाण्डेय पवन कुमार और समस्त क्षेत्रीय जनता-जनार्दन प्रशासनिक अधिकारीगण कर्मचारीगण उपस्थित होकर अपने मानव जीवन क्रत्रार्थ किए।.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!