
गोरखपुर-महराजगंज मार्ग पर यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए अब महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जिले के प्रवेश बिंदु कतरारी से लेकर महराजगंज के विभिन्न चौराहों और संपर्क मार्गों तक सोलर स्ट्रीट लाइट और हाई मास्ट लैंप लगाए जा रहे हैं। इस कार्य की लागत करीब 75 लाख रुपये है, जो डीएम अनुनय झा के विशेष निर्देश पर किया जा रहा है। मार्च के अंत तक यह परियोजना पूरी होने की उम्मीद है, जिससे दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में रोशनी बढ़ेगी और यात्रा में सुरक्षा में सुधार होगा।’ दुर्घटनाओं को कम करने का प्रयास खासकर श्यामदेउरवा, परतावल, भिटौली और शिकारपुर को छोड़कर बाकी मार्ग अंधेरे के कारण दुर्घटना का खतरा बने हुए हैं।

इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए, डीएम महराजगंज अनुनय झा ने आरईएस को निर्देशित किया है कि हाईवे के प्रमुख चौराहों और संपर्क मार्गों के मोड़ों पर सोलर स्ट्रीट लाइट्स और हाई मास्ट लैंप लगाए जाएं।
1. गोरखपुर-महराजगंज मार्ग पर सोलर स्ट्रीट लाइट और हाई मास्ट लैंप लगाने से यात्रा अधिक सुरक्षित होगी।
2. डीएम अनुनय झा के निर्देश पर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग (आरईएस) ने इस परियोजना की शुरुआत की, जिसकी लागत 75 लाख रुपये है।
3. कतरारी से लेकर महराजगंज के महत्वपूर्ण चौराहों और संपर्क मार्गों पर सोलर लाइट और हाई मास्ट लैंप लगाए जा रहे हैं।
4. परियोजना के तहत 12 मीटर ऊंचे 14 हाईमास्ट लैंप और 7 मीटर ऊंची 64 सोलर स्ट्रीट लाइट लगाए जाएंगे।
5. कार्यदायी संस्था ने सर्वे के आधार पर काम शुरू कर दिया है, और मार्च के अंत तक कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
6. गोरखपुर सीमा के बाद महराजगंज जिले में कई स्थान अंधेरे में डूबे रहते थे, जिससे दुर्घटनाएं होती थीं।
7. डीएम ने समस्या को गंभीरता से लिया और आरईएस को प्रमुख चौराहों और मोड़ों पर लाइट लगाने का निर्देश दिया।8. इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य यात्रा के दौरान सुरक्षा को बढ़ाना और अंधेरे को खत्म करना है।