लोकेशन रायबरेली
रिपोर्ट सन्दीप मिश्रा

विज्ञान,धर्म शास्त्रों में पेड़ों में जीव होने और उनकी रक्षा सुरक्षा की बात कही और समझाई जाती है। एक विभाग ही पूरा इन्ही पेड़ पौधों की रक्षा और सुरक्षा के लिए है सारी सुविधाओ से लैस है। इसके बाद भी इन पेड़ो की कटान हो रही है और यदि पुलिस कहती है की इसकी हमे जानकारी ही नहीं तो पीड़ित ने एक वीडियो वायरल करके अपनी कहानी बताई है। तो इससे पता चलता है की किस तरह पेड़ो को काटा नही जा रहा है बल्कि एक जीव की हत्या की जा रही है। जिसका जिम्मेदार मौन है। मामला गुरबक्श गंज के ग्राम भीतरगांव में पेड़ों की अवैध कटाई का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गांव के निवासी जय शिव पुत्र स्व. गोवर्धन प्रसाद के खेत में लगे चिलवल के 5 पेड़ दबंगों ने ठेकेदार की मदद से जबरन काट डाले। पीड़ित के वायरल वीडियो के अनुसार यह घटना 17 अप्रैल 2025 की है। जब दबंग मुन्ना लाल, उसका बेटा वैभव श्रीवास्तव और ठेकेदार लाला मिलकर हाइड्रा और ट्रैक्टर-ट्रॉली से उसके पेड़ों को काटकर ले गए। जय शिव ने मौके पर पहुंचकर विरोध किया, तो धमकी मिली –
“हम पेड़ काट लेंगे, हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता!”
घटना के बाद उसने ने तत्काल 112 नंबर पर कॉल किया,
पुलिस मौके पर पहुँची भी,
लेकिन अब तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, न ही किसी भी आरोपी पर कार्यवाही हुई।
पीड़ित ने थाने में तहरीर दी, SP रायबरेली को सूचना दी,
फिर भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, और अन्य पेड़ों की भी कटाई भी कर रहे हैं जिसमे प्रतिबंधित आम, नीम और महुआ जैसे बहुमूल्य वृक्ष शामिल हैं।
इस पर सबसे बड़ा सवाल यह हैं की
जब पुलिस मौके पर आई थी, तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं?
क्या वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से हो रही है ये “हरियाली की तस्करी”?
आखिर कब मिलेगा न्याय, और कौन बचाएगा इन पेड़ों को?
यह सिर्फ पेड़ों की कटाई नहीं, ये पर्यावरण और किसान – दोनों के अधिकारों की हत्या है। जिसकी तुरंत रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए और दोषियों पर कार्यवाही होनी चाहिए। इसके साथ ही
वन विभाग और पुलिस की निष्क्रियता की जांच हो की अवैध कटान कैसे हो रही है।
भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए सख्त नियम लागू हों।