संवाददाता : राहुल मिश्रा।
महराजगंज जिले के गन्ना किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। बकाया भुगतान न करने के चक्कर में कई वर्षों तक बंद रही गड़ौरा चीनी मिल ने फिर से एक माह से किसानों को भुगतान लटका दिया है। जिससे किसानों की समस्याएं बढ़ गई हैं, स्थिति यह है, कि 27 जनवरी के बाद से अब तक मिल ने किसी भी किसान को भुगतान नहीं ‘किया है। इस कारण मिल प्रबंधन पर लगभग 16.11 करोड़ रुपये का बकाया हो गया है।गन्ना आपूर्ति के बाद जहां जिले की सिसवा एवं गोरखपुर की पिपराइच चीनी मिल ने किसानों को तय समय में भुगतान कर दिया है, वहीं गड़ौरा चीनी मिल लगातार भुगतान में देरी कर रही है। सिसवा बाजार चीनी मिल ने अब तक अपने कुल देय 6605.36 लाख रुपये के सापेक्ष 6767.77 लाख रुपये (102 प्रतिशत) का भुगतान कर दिया है। इसी तरह, पिपराइच चीनी मिल ने भी अपने कुल देय 2427.26 लाख रुपये के सापेक्ष 2875.61 लाख रुपये (118 प्रतिशत) का भुगतान कर दिया है। इसके विपरीत, गढ़ौरा चीनी मिल ने अब तक 3487.08 लाख रुपये के सापेक्ष मात्र 1876.30 लाख रुपये का ही भुगतान किया है, जबकि 1610.78 लाख रुपये अभी भी बकाया हैं। इसके लिए गन्ना विभाग की ओर से चीनी मिल प्रबंधन को नोटिस जारी की गई है।लगभग दो हजार किसानों का रुका है भुगतानः जिले में इस साल करीब 42 हजारजिले में 19 हजार हेक्टेयर भूमि पर 42 हजार से अधिक किसानों ने की है गन्ने की खेजिसमें इस वर्ष अभी तक सिसवा चीनी मिल को 20.65 लाख क्विंटल, गड़ौरा चीनी मिल को लगभग 10 लाख क्विंटल और पिपराइच चीनी मिल को 8.10 लाख क्विंटल गन्ने की आपूर्ति की गई है। बावजूद इसके, गड़ौरा चीनी मिल भुगतान करने में लापरवाही बरत रही है।