
माया लक्ष्मी मिश्रा
रायबरेली।
जनपद में बृहस्पतिवार से स्कूल आधारित टिटेनस डिप्थीरिया(टीडी) टीकाकरण अभियान शुरू हुआ जो कि 10 मई तक चलेगा | जिसके तहत कक्षा पांच और कक्षा 10 के छात्रों को टीडी का टीका लगाया जायेगा | इस अभियान का शुभारम्भ प्राथमिक विद्यालय गोरा बाजार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा नवीन चंद्रा ने बच्चों को टीका लगाकर किया |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नवीन चंद्रा ने कहा कि डिप्थीरिया जिसे गलघोंटू भी कहते हैं संक्रामक बीमारी है और इससे बचाव का उपाय टीकाकरण है | डेढ़ माह, ढाई माह, साढ़े तीन माह में पेंटावेलेंट का टीका लगवाना | इसके बाद 16 से 24 माह और पांच से सात वर्ष की आयु के बीच में डीपीटी का बूस्टर लगवाना | इसके अलावा 10 और 16 साल की आयु में टीडी का टीका लगवाना |
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि अभियान के दौरान सभी विद्यालयों में कक्षा पांच में पढ़ने वाले बच्चों का टीडी-10 का और कक्षा 10 के बच्चों को टीडी-16 का टीका लगाया जायेगा | अभियान के तहत कक्षा पांच के 8933 व कक्षा 10 के 4443 बच्चों को टीडी के टीके से आच्छादित किये जाने का लक्ष्य है | उन्होंने बताया कि सभी ब्लाक का माइक्रोप्लान तैयार हो चुका है | इसके अलावा टीकाकरण के बाद यदि कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया होती है तो उसके प्रबन्धन का इंतजाम भी टीकाकरण स्थल पर किया गया है |
डिप्थीरिया का बैक्टीरिया नाक और गले की श्लेष्मा झिल्ली को प्रभावित करता है | संक्रमण के दो से चार दिनों के बाद ही इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं | यह बीमारी बच्चों को ही नहीं वयस्कों को भी प्रभावित करती है |
डिप्थीरिया के लक्षण : जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डी एस अस्थाना ने
बताया कि डिप्थीरिया के लक्षण हैं- : बुखार,जुकाम,
सिर दर्द, नाक का बहना, गले की ग्रंथियों में सूजन, कमजोर और कब्ज |
अभियान के पहले दिन कुल 5209 बच्चों का टीकाकरण हुआ | इस अवसर पर डॉ. राकेश यादव अर्बन , प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी संध्या श्रीवास्तव, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डा. छोटे लाल,उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अंजलि सिंह, अर्बन स्वास्थ्य समन्वयक विनय पाण्डे, प्रधानाध्यापिका, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे