(जन शिकायत निवारण प्रणाली) के तहत प्राप्त शिकायत का जबरदस्त असर देखने को मिला जब सहायक विकास अधिकारी द्वारा जांच करने पर ग्राम पंचायत की सफाई कर्मी श्रीमती उषा देवी का वेतन तत्काल प्रभाव से बाधित कर दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, संबंधित अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया, जिसमें यह स्पष्ट रूप से सामने आया कि श्रीमती उषा देवी द्वारा निर्धारित क्षेत्र में सफाई का कार्य नहीं किया गया था। इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी गई, जिसके बाद उनके वेतन को रोका गया।ग्रामीणों द्वारा पूर्व में भी कई बार शिकायत की गई थी कि श्रीमती उषा देवी नियमित रूप से अपने कार्यक्षेत्र में सफाई के लिए उपस्थित नहीं रहती हैं और उनकी लापरवाही से गाँव में गंदगी का माहौल बन रहा है। हाल ही में मिली शिकायत के बाद इस बार IGRS के माध्यम से की गई शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच करवाई गई। जांच में लापरवाही की पुष्टि होते ही यह कदम उठाया गया।सहायक विकास अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक कार्य संतोषजनक रूप से नहीं किया जाएगा, तब तक वेतन पर रोक जारी रहेगी। कार्य पूर्ण एवं नियमित रूप से किए जाने पर ही उनका वेतन बहाल किया जाएगा। इस कार्रवाई के बाद अन्य कर्मियों में भी सतर्कता देखी जा रही है और उम्मीद है कि इस प्रकार की सख्ती से सरकारी सेवा में जवाबदेही और कार्य संस्कृति में सुधार होगा।क्या आप चाहते हैं कि इस खबर को किसी विशेष फॉर्मेट में तैयार किया जाए, जैसे प्रेस रिलीज़ या सोशल मीडिया पोस्ट?